झरना हिंदी कविता | Waterfall Hindi Poem
चट्टानों को चीरकर
जलधारा जो बहती है...
पक्के इरादे की कहानी
बिन बोले वो कहती है...
गिरने का मतलब हर बार
इक जैसा नहीं होता है...
नीचे गिरकर ही झरना
अपनी मंजिल को पाता है...
मुश्किल मे डंटकर रुकना
किसी चुनौती से कम नहीं...
और समय रहते झुकना हो
उसके जैसा मलहम नहीं...
सीख यही है जिंदगी की
झरना बनकर बहना है...
चट्टान जैसी मुश्किल को
लाँघकर अलविदा कहना है...
— पूनम जगताप
©Poonam Jagtap
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